..तो क्या मान ले आबकारी अमले के पहरे में सड़क पर पिलाई जा रही शराब..?
प्रिंस इंटरप्राइजेज की मनमानी, खुलेआम सड़क लोग छलका रहे जाम
शासन की मंशा पर फिरा पानी ,देर रात तक आसामाजिक तत्वों का लगता है जमावड़ा
अनोखी आवाज़। मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शराब दुकानों के आसपास अथवा खुले में शराब पीने वालों पर नकेल करने के लिए सख्त निर्देश दिए थे। इस आदेश के बाद आबकारी और पुलिस दोनों की नींद टूटी थी और कार्यवाही कर रहे थे लेकिन सीएम बदलने के बाद व्यवस्थाएं पुनः बद से बदतर हो गई है।
और अब यह कहां जाए की आबकारी हमले के पहरे में सड़क पर शराब पिलाने का कारोबार चल रहा है तो शायद अतिशयोक्ति नहीं होगी । जी हां प्रिंस इंटरप्राइजेज की मनमानियां दिनों दिन बढ़ती जा रही है प्रतिबंध के बावजूद भी कंपोजिट शराब दुकान के सामने बैठाकर पिला रहा है।यह सिलसिला सुबह से ही शुरू हो जाता है और आसामाजिक तत्व नशे में धुत्त होकर महिलाओं के ऊपर भी अभद्र टिप्पणी करते हैं क्योंकि पास में ही सब्जी की दुकान लगती हैं जहां आने जाने वाले हर महिला को जलील होना पड़ता है।
प्रिंस इंटरप्राइजेज की मनमानियां पर कौन लगाएगा अंकुश?
प्रिंस इंटरप्राइजेज की मनमानियां पर अंकुश कौन लगाएगा यह बड़ा सवाल है। क्योंकि बैढ़न कंपोजिट शराब दुकान के सामने सुबह से लेकर रात तक शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है बिना रोक-टोक बेख़ौफ़ होकर जाम पर जाम छलकाते हैं और शराब दुकान संचालक द्वारा बाकायदा बैठने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है।
सड़क पर छलकता है जाम, गहरी नींद में अमला
प्रिंस इंटरप्राइजेज की जहां-जहां कंपोजिट शराब दुकाने हैं वहां शासन की मंशा पर खुलेआम पानी पिता देखा जा सकता है और आबकारी अमला कार्रवाई करने से न जाने क्यों कतरा रहा है। आबकारी विभाग को देखकर ऐसा लगता है मानो अमला कुंभकरण नींद में सो रहा हो, लिहाजा प्रिंस इंटरप्राइजेज के हौसले बुलंद है और बाकायदा शराबियों को बैठने की व्यवस्था देकर शराब पीलवा रहा है। जिस कारण आम राहगीरों की फजीहत हो रही और आबकारी विभाग सहित शराब ठेकेदार के विरुद्ध लोगो के मन मे आक्रोश व्याप्त हो रहा है। अब देखना होगा कि शासन की मंशा पर पानी फेरने वाले शराब ठेकेदार पर क्या कार्यवाही होती है।
इनका कहना है।
मैं अभी मीटिंग में हु,बात में बात करता हु।
खेमराज,जिला आबकारी अधिकारी